नए ब्लॉगर के सलोने रूप की तारीफ तो मैं कर ही चुका हूँ, मुफ्त सेवा वालों को अनेक नई सुविधाओं जैसे टिप्पणी (जो हेलोस्कैन के कारण मेरे तो किसी काम की नहीं), नए आकर्षक खाके, चिटठाकार के प्रोफाइल (जो ब्लॉगर समूह को सुदृढ करेंगे), नए टैग (मुझे पसंद आया, हाल के चिटठों वाला जिसके लिए मैंने अपना पकवान बना रखा था), चिट्ठे लिखने के लिए मैं या तो WBloggar का प्रयोग करता था या ब्लॉग दिस पैनल का तो इपत्र से चिट्ठे प्रेषण की सुविधा फिलहाल तो मेरे काम की नहीं। एक नवेली चीज जो जँची वो है, पोस्ट पेज, सेटिंग > इनेबल पोस्ट पेजेस
पर जाकर यदि आप इसे चालू कर देंगे तो आपकी स्थाई कड़ियां उस चिट्ठे को एक अलग पृष्ट पर दिखायेगी। चिटठे के प्रिव्यू की व्यवस्था भी लाजवाब है।
जो खलने वाली चीज है वो है चिट्ठे संपादित करते समय कैलेंडर द्वारा उनकी खोज की सुविधा का हटाना और पब्लिश करने में समय ज्यादा लगना। पर जैसा कि कहते हैं, दान की गाय के दांत नहीं गिना करते ;)
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